Tuesday, 23 February 2016

गोरक्ष गायत्री

                                                         गोरक्ष गायत्री

सत नमो आदेश गुरूजी को आदेश 
गुरूजी  ॐ कारे शिव रूपी संध्या ने साध रूपी 
मधयाने हँस रूपी हँस परम हंस दुई अक्शर गुरु तो गोरक्ष काया तो गायत्री ॐ तो बरह्मा सोऽहं तो शक्ति शुन्य तो माता अवगति पिता अभय पंथ अचल पदवी निरंजन गोत्र अलील वर्ण विहंगम जाती असंख्य परवर अनंत शाखा सूक्षम वैद आत्म ज्ञानी

श्री ॐ गो गोरक्ष नाथाय विधमहे शुन्य पुत्र्या धीमहि तन्नो गोरक्ष निरंजन प्रचोदयात इतना गोरक्ष गायत्री पठ्यन्ते हरते पाप श्रूयते सिद्धि निश्चय जपन्ते परम ज्ञान अमृतानंद मनुष्याते नाथ जी गुरु जी को आदेश आदेश 

No comments:

Post a Comment